बुरी आदत कोई भी क्यों न हो उसे आसानी से नहीं छोड़ा जा सकता | स्वस्थ समाज के लिए युवा वर्ग का स्वस्थ होना अतिअनिवार्य है | किन्तु आधुनिक युग की चकाचौंध में जहाँ युवा अपने लक्ष्य से दूर होते जा रहे हैं ,वही नशीली वस्तुओं का सेवन उनके जीवन का अंग बन चुका है | भारत में पहले -पहल नशा करने के लिए केवल शराब को ही चुना जाता था | कोई भी शादी या फिर ख़ुशी का समागम हो शराब के बिना अधूरा माना जाता है किन्तु समय के साथ -साथ नशीली वस्तुओं की भरमार हो चुकी है |लड़के तो इससे प्रभावित थे ही अब लड़कियाँ भी पीछे नहीं हैं , वो भी हर प्रकार का नशा करने में अपनी शान समझती हैं |
कारण :
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युवा पीढ़ी |
युवा पीढ़ी इस में आसानी से फसती चली जा रही है कारण -बेरोजगारी |
पंजाब जैसे खुशहाल राज्य को तो जैसे किसी की नजर ही लग गई हो | पंजाब का नौजवान दिन -प्रतिदिन इस नशे की दलदल में धंसता जा रहा है | आये दिन नौजवान नशे के कारण मरते जा रहे हैं | हमारी सरकारें तब तक गहरी नींद में सोई रहती हैं , जब तक पानी सिर के ऊपर से नहीं निकलने लग जाता | सरकार अगर वक्त रहते ही इस नशे की बुराई के प्रति चौकनी रहतीं तो शायद आज युवा इस नामुराद बुराई की वजह से अपने कीमती जानें को व्यर्थ में न गंवाते |
प्रभावित वर्ग :
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पंजाब |
नशे न केवल गरीबों को प्रभावित कर रहें हैं बल्कि आज अमीर वर्ग भी इसके घेरे में आ चुका है | एड्स जैसी ना -मुराद बीमारी के शिकार दोनों वर्ग हो रहे हैं ,बलात्कार की घटनाएं आए दिन बढ़ती जा रही हैं ,कारण है नशा |
पंजाब के लोग जो कभी अपनी ताकत का लोहा मनवाने के लिए दुनिया भर में जाने जाते थे ,आज इस नशे में लग कर अपनी हिम्मत ,ताकत और बहादुरी से कोसों दूर हो चुके हैं | इन सबके पीछे अगर किसी का हाथ है तो वह हैं - हमारी सरकारें |
समाधान :
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जागरूकता |
पंजाब में आज इस नशे की जागरूकता के लिए कई राजनैतिक व सामाजिक संस्थाएं आगे आ रही हैं | किन्तु यह नशा केवल इन संस्थाओं के यत्नो के द्वारा ही नहीं बल्कि आम आदमी के सहयोग के साथ ही सफल बन पायेगा | पंजाब जो कि आज तक कभी किसी से गुलाम नहीं हो पाया ,वह आज नशे अर्थात जिसे चिट्टा ,हीरोइन ,स्मैक ,साथ ही मेडिकल नशा जिसमें दवाइयों के साथ साथ इंजेक्शनों का प्रयोग भी आम सी बात हो गई है , का गुलाम बन कर रह गया है | केवल शोर मचाने से कछ नहीं होगा , जब तक लोगों को इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक नहीं किया जाता | जरूरत है युवा वर्ग स्वयं ही अपनी ताकत को पहचानें , नशे को ही जीवन का आधार न मानें बल्कि अपनी योग्यताओं के अनुसार अपने आप को आत्मनिर्भर बनायें | समाज के लोगों को भी उन लोगों का सही मार्गदर्शन करना चाहिए ,न कि उन्हें बुराई की ओर जाने के लिए उकसाना चाहिए | समाज इस कलंक से तभी बच पायेगा , जब हम सब मिलकर इसे समाज से दूर करने का प्रयास करेंगे |
" जिंदगी बहुत अनमोल है , इसे नशे में पड़ कर मत गवाएं | "
------------- Drug Addiction नशा : एक अभिशाप ------------
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